आजकल बाजार में कई प्रकार के खाने के तेल उपलब्ध हैं, लेकिन इनमें से कुछ में मिलावट हो सकती है, जो सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। मिलावटी तेल का सेवन लंबे समय तक करने से किडनी, लिवर और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, यह जानना जरूरी है कि जो तेल आप इस्तेमाल कर रहे हैं, वह शुद्ध है या मिलावटी। यहां हम आपको कुछ आसान तरीके बता रहे हैं, जिनसे आप असली और नकली तेल की पहचान कर सकते हैं।

1. कागज पर तेल की जांच करें
- एक सफेद कागज लें और उस पर तेल की कुछ बूंदें डालें।
- अगर तेल पूरी तरह से सूख जाता है और कोई दाग नहीं छोड़ता, तो यह शुद्ध है।
- अगर तेल का दाग बना रहता है, तो उसमें मिलावट हो सकती है।

2. गंध से करें पहचान
- असली तेल में उसकी प्राकृतिक सुगंध होती है, जैसे सरसों के तेल में तेज खुशबू आती है।
- नकली तेल में या तो गंध बहुत हल्की होगी या फिर अजीब तरह की गंध आ सकती है।

3. फ्रीजर टेस्ट करें
- एक कटोरी में थोड़ा सा तेल लेकर उसे 2-3 घंटे के लिए फ्रीजर में रखें।
- अगर तेल जम जाता है लेकिन सफेद परत नहीं बनती, तो यह शुद्ध है।
- अगर उसमें सफेद रंग की परत या परतदार जमावट दिखे, तो उसमें मिलावट हो सकती है।
4. स्वाद से करें जांच
- शुद्ध तेल का स्वाद नैचुरल और हल्का कड़वा या मीठा हो सकता है।
- अगर तेल का स्वाद अजीब लगे या गले में जलन महसूस हो, तो इसमें मिलावट होने की संभावना है।

5. आयोडीन टेस्ट करें
- कुछ बूंदें तेल में आयोडीन मिलाएं।
- अगर तेल का रंग नीला या बैंगनी हो जाता है, तो इसमें मिलावट हो सकती है।
6. पैकेजिंग और ब्रांड का ध्यान रखें
- हमेशा अच्छी कंपनी का और सीलबंद तेल ही खरीदें।
- पैकिंग पर मौजूद ‘AGMARK’ या ‘FSSAI’ का प्रमाणपत्र देखें।

निष्कर्ष
मिलावटी तेल सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है और यह लिवर व किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, तेल खरीदते और इस्तेमाल करने से पहले उसकी शुद्धता जांचना बेहद जरूरी है। ऊपर बताए गए आसान तरीकों से आप घर पर ही असली और नकली तेल की पहचान कर सकते हैं और अपनी सेहत को सुरक्षित रख सकते हैं।