जीभ का रंग बदलना स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का संकेत हो सकता है। जीभ का सामान्य रंग गुलाबी होता है, लेकिन कई बार यह रंग बदल सकता है, जो शरीर में किसी बीमारी या असंतुलन का संकेत हो सकता है। जब जीभ का रंग बदलता है, तो यह शरीर में किसी आंतरिक समस्या के बारे में चेतावनी देने का एक तरीका हो सकता है। आइए जानते हैं कि जीभ का रंग बदलने से कौन सी बीमारियों का संकेत मिल सकता है:

- लाल या गहरी लाल जीभ:
- अगर जीभ का रंग सामान्य से अधिक लाल या गहरा लाल हो, तो यह विटामिन B12 की कमी, आयरन की कमी (एनीमिया), या फॉलिक एसिड की कमी का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, यह संक्रमणों या काले जुकाम का भी एक लक्षण हो सकता है।
- पीली जीभ:
- जीभ का रंग पीला होना आमतौर पर पाचन तंत्र के खराब होने का संकेत होता है। यह पित्त की अधिकता, लिवर की समस्याएं, या पाचन तंत्र में अवरोध का संकेत हो सकता है। कभी-कभी यह गैस्ट्रिक समस्याओं या एसिड रिफ्लक्स का भी लक्षण हो सकता है।
- सफेद जीभ:
- सफेद रंग की जीभ संक्रमण का संकेत हो सकती है, जैसे कि मुँह में संक्रमण, यीस्ट इन्फेक्शन (कैंडिडा) या टॉन्सिल की सूजन। यह शरीर में अपच, अस्वास्थ्यकर आहार या कमजोर इम्यून सिस्टम का भी परिणाम हो सकता है।

- नीली जीभ:
- अगर जीभ का रंग नीला हो जाए तो यह शरीर में ऑक्सीजन की कमी का संकेत हो सकता है। यह दिल की बीमारियों, श्वसन समस्याओं या रक्त संचार से जुड़ी किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।
- काले धब्बे वाली जीभ:
- कभी-कभी जीभ पर काले धब्बे या काले रंग की परत बन जाती है, जिसे “ब्लैक फurred टंग” कहा जाता है। यह अधिकतर अस्वास्थ्यकर आहार, तंबाकू के सेवन, या बहुत अधिक एंटीबायोटिक्स के कारण होता है। यह एक अस्थायी स्थिति हो सकती है, लेकिन इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।

- बेज रंग की जीभ:
- बेज रंग की जीभ शरीर में पानी की कमी या डिहाइड्रेशन का संकेत हो सकती है। यह शरीर के प्राकृतिक जल संतुलन के बिगड़ने के कारण हो सकता है। इसके अलावा, यह किसी गंभीर संक्रमण या शरीर में विषाक्त पदार्थों की अधिकता का भी लक्षण हो सकता है।
क्या करना चाहिए? अगर जीभ का रंग अचानक बदल जाए या सामान्य से अधिक समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसके साथ ही, अच्छी मौखिक स्वच्छता बनाए रखना, सही आहार लेना और पर्याप्त पानी पीना स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
जीभ के रंग में बदलाव को हल्के में न लें, क्योंकि यह गंभीर बीमारियों के संकेत हो सकते हैं। नियमित चेकअप और त्वरित उपचार से स्वास्थ्य समस्याओं का सही समय पर पता चल सकता है।