
विटामिन D शरीर के लिए एक बेहद जरूरी पोषक तत्व है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने, इम्यून सिस्टम को बेहतर करने और कई अन्य शारीरिक कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। इसकी कमी से हड्डियों में कमजोरी, थकान, इम्यूनिटी में गिरावट और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अलग-अलग उम्र के लोगों को विटामिन D की अलग-अलग मात्रा की जरूरत होती है?
आइए जानते हैं उम्र के हिसाब से शरीर को कितनी विटामिन D की जरूरत होती है और इसे पूरा करने के लिए किन चीजों का सेवन करना चाहिए।
उम्र के अनुसार विटामिन D की आवश्यक मात्रा
उम्र | रोजाना जरूरी विटामिन D (IU में) |
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नवजात से 12 महीने तक | 400 IU |
1 से 13 साल तक | 600 IU |
14 से 18 साल तक | 600 IU |
19 से 50 साल तक | 600 IU |
51 से 70 साल तक | 600 IU |
71 साल और उससे अधिक | 800 IU |
(IU = इंटरनेशनल यूनिट, जो विटामिन D की माप का मानक है।)
विटामिन D के मुख्य स्रोत
अगर शरीर में विटामिन D की कमी हो रही है, तो इसे पूरा करने के लिए कुछ प्राकृतिक स्रोतों को डाइट में शामिल करना जरूरी है।
1. सूरज की रोशनी
- सूरज की किरणें विटामिन D का सबसे प्राकृतिक स्रोत हैं।
- रोजाना 15-20 मिनट तक सुबह की धूप में बैठना फायदेमंद होता है।
- विटामिन D के लिए सुबह 8 से 10 बजे के बीच की धूप सबसे अच्छी होती है।

2. विटामिन D से भरपूर खाद्य पदार्थ
- दूध और डेयरी उत्पाद: गाय का दूध, पनीर, दही
- मछली: सैल्मन, टूना, सार्डिन
- अंडे: खासतौर पर अंडे की जर्दी (योल्क)
- सॉयाबीन और टोफू
- मशरूम (विशेष रूप से धूप में उगाए गए)
3. विटामिन D सप्लीमेंट्स
अगर खान-पान और धूप से पर्याप्त विटामिन D नहीं मिल पा रहा है, तो डॉक्टर की सलाह पर सप्लीमेंट्स लिए जा सकते हैं।

विटामिन D की कमी के लक्षण
अगर शरीर को पर्याप्त विटामिन D नहीं मिल रहा है, तो इसके कुछ संकेत देखने को मिल सकते हैं, जैसे:
✔ हड्डियों और जोड़ों में दर्द
✔ कमजोरी और थकान
✔ बालों का झड़ना
✔ बार-बार बीमार पड़ना
✔ डिप्रेशन और मूड स्विंग्स
निष्कर्ष
विटामिन D हमारे शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है और इसे उम्र के अनुसार सही मात्रा में लेना जरूरी है। सूरज की रोशनी, पोषक आहार और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट्स के जरिए इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है। अगर आपको विटामिन D की कमी के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें और अपने आहार व जीवनशैली में जरूरी बदलाव करें।