स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए यह जरूरी है कि हम अपनी दिनचर्या और खाने की आदतों पर ध्यान दें। लंच और डिनर के बीच का गैप भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह गैप हमारे पाचन तंत्र और समग्र स्वास्थ्य पर असर डालता है।

आमतौर पर, लंच और डिनर के बीच कम से कम 4 से 6 घंटे का अंतर होना चाहिए। इसका मतलब यह है कि अगर आपने लंच 1 बजे किया है, तो डिनर को 7 बजे के बाद करना चाहिए।

इस गैप को बनाए रखने से शरीर को पर्याप्त समय मिलता है भोजन को पचाने के लिए। अगर हम जल्दी-जल्दी भोजन करते हैं, तो पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे गैस, अपच या एसिडिटी।

यह अंतर शरीर को आराम करने का समय भी देता है, जिससे रात के समय नींद बेहतर होती है। जब शरीर को खाना पचाने का समय मिलता है, तो सोने के दौरान शरीर को ज्यादा ऊर्जा खर्च नहीं करनी पड़ती, और इससे गहरी नींद आती है।
इसके अलावा, अगर हम लंच और डिनर के बीच ज्यादा लंबा गैप रखते हैं, तो भूख के कारण हम ज्यादा खा सकते हैं, जिससे वजन बढ़ने की संभावना भी रहती है।

इसलिए, सही समय पर खाना खाना और लंच और डिनर के बीच उचित गैप रखना हमारे पाचन और समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

कुछ सुझाव:
- दिन की शुरुआत हलके नाश्ते से करें।
- लंच में ताजे फल, सब्जियां और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें।
- डिनर को हलका और जल्दी करें, ताकि पाचन रात भर सुचारु रूप से हो सके।

इस प्रकार, लंच और डिनर के बीच पर्याप्त गैप रखना आपके पाचन और स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी हो सकता है।