आजकल, मोबाइल का इस्तेमाल हर किसी के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। लोग लगातार अपने फोन पर समय बिताते हैं, चाहे वह सोशल मीडिया हो, वीडियो देखना हो या फिर अन्य गतिविधियां करना हो। लेकिन एक नए अध्ययन ने यह चौंकाने वाली जानकारी दी है कि मोबाइल पर हर दिन एक घंटे से ज्यादा समय बिताने से हमारी पास की नजर कमजोर हो सकती है।

Young boy relaxing on a sofa, using a smartphone, indoors.

इस अध्ययन में यह पाया गया है कि मोबाइल और अन्य डिजिटल उपकरणों का अधिक उपयोग करने से हमारी आंखों पर प्रतिकूल असर पड़ता है। खासकर, यह प्रभाव बच्चों और युवा उम्र के लोगों में अधिक देखा गया है। शोधकर्ताओं के अनुसार, जब हम मोबाइल स्क्रीन को करीब से देखते हैं, तो हमारी आंखों की मांसपेशियां लगातार सिकुड़ती हैं, जिससे आंखों के लेंस में तनाव बढ़ जाता है। यह स्थिति ‘मायोपिया’ (निकट दृष्टि दोष) को बढ़ावा दे सकती है।

Portrait of a man using a smartphone to take a selfie indoors.

अध्ययन में यह भी खुलासा हुआ है कि अत्यधिक स्क्रीन टाइम के कारण हमारे मस्तिष्क में ध्यान केंद्रित करने की क्षमता कम हो सकती है और आंखों के मांसपेशियों में थकावट भी बढ़ सकती है। इसके साथ ही, देर तक स्क्रीन पर देखने से नींद की गुणवत्ता पर भी असर पड़ सकता है, जिससे आंखों की सेहत और भी प्रभावित होती है।

A woman captures a scenic view of Beaver Lake, Canada at sunset, using her smartphone.

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हम चाहते हैं कि हमारी आंखें स्वस्थ रहें, तो हमें स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करना चाहिए और बीच-बीच में आंखों को आराम देना चाहिए। इसके अलावा, 20-20-20 नियम अपनाने की सलाह दी जाती है, जिसके तहत हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए दूर किसी चीज को देखना चाहिए।

इस अध्ययन ने हमें यह भी याद दिलाया कि मोबाइल और डिजिटल उपकरणों का प्रयोग एक सीमा में रहकर करना चाहिए, ताकि हमारी आंखों की सेहत बनी रहे और हम निकट दृष्टि दोष जैसी समस्याओं से बच सकें।

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