होली का त्यौहार खुशियों और रंगों का त्यौहार होता है, लेकिन इस दौरान अधिक खाने-पीने और असंतुलित आहार के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। खासकर यूरिक एसिड की समस्या वाले लोग इस समय अधिक सतर्क रहें। अधिक मीठे, तली-भुनी चीजों और अस्वास्थ्यकर खानपान के कारण यूरिक एसिड बढ़ सकता है, जिससे जोड़ों में दर्द, सूजन और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

अगर आप भी यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित रखना चाहते हैं तो होली के दौरान इन 4 खाद्य पदार्थों से परहेज करना बेहद जरूरी है:
- तले-भुने और वसायुक्त खाद्य पदार्थ
होली के समय लोग खासकर पकवानों में तली हुई चीजों का सेवन अधिक करते हैं। समोसा, कचोरी, भटूरा, और पकोड़ी जैसी चीजें न केवल कैलोरी से भरपूर होती हैं, बल्कि इनमें ट्रांस फैट भी होते हैं, जो यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाते हैं। इनसे परहेज करना यूरिक एसिड के नियंत्रित स्तर के लिए फायदेमंद होगा।
- मीठे और शक्कर से भरे खाद्य पदार्थ
होली के दौरान विभिन्न प्रकार के मीठे पकवान जैसे गुजिया, बर्फी, पेडा, और अन्य शक्कर से भरपूर मिठाइयां खाई जाती हैं। अधिक शक्कर और मिठास यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे शरीर में दिक्कतें हो सकती हैं। इन मिठाइयों से बचने की कोशिश करें या इनका सेवन सीमित मात्रा में करें।

- एल्यकोहल (शराब)
होली के जश्न में अक्सर शराब का सेवन किया जाता है। लेकिन शराब का अधिक सेवन यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है और इसके कारण गाउट (जोड़ों में सूजन और दर्द) की समस्या हो सकती है। शराब का सेवन कम से कम करने या पूरी तरह से बंद करने का सुझाव दिया जाता है।
- सीफूड और मीट
मांसाहारी खाने में यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाने वाली purines की अधिकता होती है। सीफूड, मटन, चिकन और अन्य मांसाहारी उत्पादों का सेवन यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है। होली के दौरान मांसाहारी भोजन से बचना और हल्का, शाकाहारी भोजन करना बेहतर होगा।

निष्कर्ष:
होली का समय आनंद और खुशियां मनाने का होता है, लेकिन अगर आप यूरिक एसिड की समस्या से जूझ रहे हैं, तो इन 4 खाद्य पदार्थों से परहेज करना जरूरी है। इसके बजाय, हल्का, ताजगी से भरपूर आहार जैसे ताजे फल, हरी सब्जियां, और साबुत अनाज का सेवन करें। इससे न केवल यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित रहेगा, बल्कि आपका स्वास्थ्य भी सही रहेगा।