- वजन बढ़ाना शक्कर में उच्च कैलोरी होती है, लेकिन इसमें कोई पोषक तत्व नहीं होते। इससे शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा होती है, जो धीरे-धीरे वसा के रूप में बदल जाती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा बढ़ता है। वजन बढ़ने के साथ-साथ शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध भी हो सकता है, जो डायबिटीज का कारण बन सकता है।

- दिल की बीमारी का खतरा बढ़ाना जब आप अधिक शक्कर का सेवन करते हैं, तो यह आपके रक्त में ट्राइग्लिसराइड्स और ‘खराब’ कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ा सकता है। इससे रक्तचाप और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
- ब्लड शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव अधिक शक्कर का सेवन शरीर में ब्लड शुगर के स्तर में अचानक वृद्धि और गिरावट का कारण बनता है। इससे आपको थकान, चिड़चिड़ापन और चिंता जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

- मधुमेह (डायबिटीज) का कारण शक्कर का अधिक सेवन इंसुलिन के स्तर को प्रभावित कर सकता है, जिससे इंसुलिन प्रतिरोध की स्थिति बनती है। इंसुलिन प्रतिरोध एक प्रमुख कारण है, जो टाइप 2 मधुमेह का कारण बन सकता है।
- दांतों की सड़न शक्कर दांतों पर एक चिपचिपा पदार्थ छोड़ती है, जो बैक्टीरिया को बढ़ने का मौका देता है। इससे दांतों में सड़न और कैविटी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

- त्वचा की समस्याएँ शक्कर का अधिक सेवन शरीर में सूजन (Inflammation) बढ़ा सकता है, जो त्वचा पर मुंहासों और झुर्रियों को जन्म दे सकता है। यह समय से पहले बुढ़ापे के संकेत भी उत्पन्न कर सकता है।

शक्कर खाने का सबसे खराब समय: शक्कर का सेवन सुबह के समय या खाली पेट करने से बचना चाहिए। सुबह खाली पेट शक्कर खाने से ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। रात में शक्कर का सेवन भी नुकसानदेह हो सकता है क्योंकि इससे सोते समय शरीर में शर्करा का स्तर अधिक रहता है, जो रातभर की रिकवरी प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।
इन विशेषज्ञों के अनुसार, शक्कर को संतुलित मात्रा में और सही समय पर खाकर इसके हानिकारक प्रभावों से बचा जा सकता है।