अंडा पोषण से भरपूर एक सुपरफूड माना जाता है, लेकिन इसे सही तरीके से न खाने पर यह दिल के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर आप अंडे को गलत तरीके से खाते हैं, तो यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ाकर हृदय रोग का खतरा बढ़ा सकता है। आइए जानते हैं कि दिल के मरीजों को अंडा कैसे खाना चाहिए और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

1. अंडे की जर्दी या सफेदी – कौन सा हिस्सा खाना सही?
अंडे की जर्दी में कोलेस्ट्रॉल अधिक होता है, इसलिए हृदय रोगियों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। सफेदी प्रोटीन से भरपूर होती है और हृदय स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित मानी जाती है।

2. उबला हुआ अंडा सबसे बेहतर विकल्प
दिल के मरीजों के लिए उबला हुआ अंडा सबसे अच्छा विकल्प होता है। तले हुए या ज्यादा मसालेदार अंडे खाने से बचें, क्योंकि इनमें अनावश्यक वसा और कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले तत्व होते हैं।

3. दिन में कितने अंडे खाना सुरक्षित?
दिल के मरीजों को डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही अंडे का सेवन करना चाहिए। सामान्य रूप से, सप्ताह में 3-4 उबले अंडे खाना सुरक्षित माना जाता है।

4. अंडा किसके साथ खाना चाहिए?
अंडे को हरी सब्जियों, मल्टीग्रेन ब्रेड, और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों के साथ खाने से यह अधिक फायदेमंद साबित होता है। इससे पोषण संतुलित रहता है और दिल पर अनावश्यक दबाव नहीं पड़ता।

5. ज्यादा तेल में पका अंडा नुकसानदेह
अंडे को फ्राई करने के लिए ज्यादा तेल या मक्खन का उपयोग करने से संतृप्त वसा की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। बेहतर होगा कि आप इसे उबालकर या हल्का सॉटे करके खाएं।

निष्कर्ष
अगर आप दिल के मरीज हैं और अंडे का सेवन करते हैं, तो इसे सही तरीके से खाना बेहद जरूरी है। उबला अंडा या सिर्फ अंडे की सफेदी खाना आपके दिल के लिए सुरक्षित हो सकता है, लेकिन तेल और मसालों में पकाए गए अंडों से बचें। संतुलित आहार और सही तरीका अपनाकर आप अंडे के पोषण का लाभ उठा सकते हैं, बिना किसी स्वास्थ्य जोखिम के।