भीगे हुए चने, जिन्हें हम अंकुरित चने भी कहते हैं, स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हो सकते हैं। यदि इन्हें सही तरीके से खाया जाए तो ये शरीर को अनेक प्रकार के लाभ प्रदान कर सकते हैं। हालांकि, यह भी जानना ज़रूरी है कि इनका अधिक सेवन या गलत तरीके से सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है।

भीगे हुए चनों के फायदे:
- प्रोटीन का अच्छा स्रोत: चने प्रोटीन, फाइबर और आवश्यक मिनरल्स से भरपूर होते हैं। ये मांसपेशियों के निर्माण में मदद करते हैं और शरीर की ताकत बढ़ाते हैं।
- पाचन तंत्र को सुधारना: भीगे हुए चने पाचन प्रक्रिया को सुधारते हैं। इनमें फाइबर की अधिकता होती है, जो कब्ज और पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।

- ब्लड शुगर कंट्रोल: भीगे हुए चने रक्त में शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं, जिससे डायबिटीज़ के रोगियों को फायदा हो सकता है।
- वजन घटाने में मदद: चने में उच्च फाइबर और प्रोटीन की मात्रा होती है, जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखती है। इससे ओवरईटिंग की संभावना कम होती है और वजन घटाने में मदद मिलती है।

- दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: भीगे हुए चने में मोनोअन्सैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
कुछ सावधानियां:
- अधिक सेवन से बचें: चने में फाइबर की अधिकता होने के कारण अधिक मात्रा में इन्हें खाने से पेट में गैस, अपच या सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इन्हें एक सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।
- अगर किसी को एलर्जी हो: यदि आपको चने से एलर्जी है, तो इन्हें खाने से बचें। एलर्जी के लक्षणों में खुजली, सूजन, या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।

- सही तरीके से भिगोकर खाएं: चने को अच्छी तरह से धोकर और 6-8 घंटे तक भिगोने के बाद ही खाना चाहिए। इससे इनसे जुड़ी कोई भी गंदगी या टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं।
निष्कर्ष:
भीगे हुए चने सेहत के लिए बहुत लाभकारी हो सकते हैं, बशर्ते इन्हें सही तरीके से और संतुलित मात्रा में खाया जाए। यदि आप इन्हें अपने आहार में शामिल करना चाहते हैं तो धीरे-धीरे इसकी मात्रा बढ़ाएं और ध्यान रखें कि कोई समस्या न हो। यदि आपको किसी प्रकार की समस्या या एलर्जी हो तो डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।