नॉन-स्टिक बर्तन आजकल बहुत लोकप्रिय हो गए हैं, क्योंकि इनका उपयोग खाना पकाने में आसानी और कम तेल का इस्तेमाल करने में मदद करता है। लेकिन क्या यह वास्तव में सुरक्षित है? इस सवाल का उत्तर कई कारकों पर निर्भर करता है, जिनमें बर्तन की गुणवत्ता और उसका सही उपयोग शामिल हैं।

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नॉन-स्टिक बर्तनों में क्या होता है?

नॉन-स्टिक बर्तन आमतौर पर टेफ्लॉन कोटिंग से बने होते हैं। टेफ्लॉन एक प्रकार का पदार्थ है, जो बर्तन की सतह पर चिपकने से बचाता है। इससे खाना पकाने के दौरान तेल की आवश्यकता कम हो जाती है, और बर्तन को साफ करना भी आसान होता है। हालांकि, यदि बर्तन की कोटिंग सही तरीके से बनी हो और यह सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए, तो इसका उपयोग सुरक्षित माना जा सकता है।

क्या नॉन-स्टिक बर्तन में खाना पकाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है?

  1. टेफ्लॉन का प्रभाव: जब नॉन-स्टिक बर्तन बहुत ज्यादा गर्म होते हैं, तो टेफ्लॉन कोटिंग से विषैले रसायन (पॉलीटेट्राफ्लुओरोएथाइलीन – PTFE) निकल सकते हैं। यह रसायन हानिकारक हो सकते हैं, खासकर जब बर्तन को अत्यधिक उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है। यदि बर्तन की कोटिंग खराब हो जाती है और छिलने लगती है, तो उसमें से ये रसायन शरीर में समाहित हो सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
Close-up of hands preparing Indian dish with spices in a cooking pan.
  1. बर्तन की गुणवत्ता: बाजार में नॉन-स्टिक बर्तनों की गुणवत्ता में अंतर हो सकता है। सस्ते नॉन-स्टिक बर्तनों में निम्न गुणवत्ता की कोटिंग हो सकती है, जो जल्दी खराब हो जाती है और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। उच्च गुणवत्ता वाले बर्तन, जो PFOA (perfluorooctanoic acid) मुक्त होते हैं, अधिक सुरक्षित होते हैं, क्योंकि इन बर्तनों में टेफ्लॉन कोटिंग की गुणवत्ता उच्च होती है और ये लंबी अवधि तक सुरक्षित रहते हैं।

  1. सही उपयोग और देखभाल: यदि नॉन-स्टिक बर्तन का सही तरीके से उपयोग किया जाए, तो यह पूरी तरह से सुरक्षित हो सकता है। बर्तन को बहुत अधिक गर्म करने से बचना चाहिए, और अगर बर्तन की कोटिंग टूट जाए, तो उसे तुरंत बदल देना चाहिए। इसके अलावा, बर्तन को धातु के बर्तन से न खरोंचें, क्योंकि इससे कोटिंग का नुकसान हो सकता है।
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निष्कर्ष:

नॉन-स्टिक बर्तन यदि सही तरीके से इस्तेमाल किए जाएं और उनकी देखभाल की जाए, तो यह सुरक्षित होते हैं। लेकिन उच्च तापमान पर खाना पकाने से बचना चाहिए और बर्तन की गुणवत्ता का ध्यान रखना चाहिए। जब बर्तन की कोटिंग खराब हो जाए, तो उसे बदल देना सबसे अच्छा विकल्प है।

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