बच्चे अपने माता-पिता की हर गतिविधि, उनके व्यवहार और आदतों को बारीकी से देखते हैं। एक छोटा सा उदाहरण, या किसी घटना का प्रभाव उनके जीवन पर गहरा असर डाल सकता है। इसीलिए पेरेंट्स को हमेशा सतर्क रहना चाहिए क्योंकि बच्चे उनकी आदतों और व्यवहारों को आसानी से अपना लेते हैं।

यहां कुछ ऐसी आदतें हैं, जो बच्चे अपने पेरेंट्स से प्रभावित होते हैं:
- समय की कद्र: बच्चे समय की अहमियत समझने के लिए पेरेंट्स की आदतों को देखते हैं। अगर पेरेंट्स समय की पाबंदी रखते हैं और दिनचर्या के हिसाब से चलते हैं, तो बच्चे भी इसे अपने जीवन में उतारते हैं।
- इमोशनल व्यवहार: पेरेंट्स का इमोशनल नियंत्रण बच्चों पर गहरा प्रभाव डालता है। अगर पेरेंट्स खुद को शांत और संतुलित रखते हैं, तो बच्चे भी इमोशनली स्थिर रहते हैं।

- सकारात्मक सोच: बच्चे हर स्थिति में सकारात्मकता की ओर आकर्षित होते हैं, जब वे देखते हैं कि पेरेंट्स समस्याओं का समाधान धैर्य और सकारात्मक दृष्टिकोण से करते हैं। यह आदत बच्चों को मुश्किल समय में भी सकारात्मक रहने की प्रेरणा देती है।
- संचार की शैली: पेरेंट्स के बीच संवाद और बच्चों के साथ बातचीत की शैली भी महत्वपूर्ण होती है। बच्चे देखते हैं कि कैसे पेरेंट्स एक-दूसरे के साथ संवाद करते हैं, और वे वही व्यवहार अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ अपनाते हैं।

- स्वास्थ्य और शारीरिक आदतें: बच्चे पेरेंट्स के खानपान और शारीरिक आदतों से भी बहुत कुछ सीखते हैं। अगर पेरेंट्स स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हैं, तो बच्चे भी सही आहार और नियमित व्यायाम की आदत डालते हैं।
- सकारात्मक दृष्टिकोण और जिम्मेदारी: पेरेंट्स जब जिम्मेदारी निभाते हैं और अपने कार्यों को ईमानदारी से करते हैं, तो बच्चे इसे सीखते हैं और इसे अपनी आदत बनाते हैं। बच्चों को यह सिखाना बहुत जरूरी है कि जीवन में हर काम की जिम्मेदारी होती है।

निष्कर्ष
बच्चे पेरेंट्स की आदतों और व्यवहारों को समझते हुए उन्हें अपनी जिंदगी में अपनाते हैं। इसलिए पेरेंट्स को यह ध्यान रखना चाहिए कि उनके हर कदम और हर आदत का बच्चों पर गहरा असर पड़ता है। अगर पेरेंट्स अपनी आदतों में सुधार लाते हैं, तो यह बच्चों के लिए एक अच्छा उदाहरण बन सकता है और उनके जीवन को बेहतर बना सकता है।