आयुर्वेद शोधों के अनुसार: ‘ खीरा ‘, रात में खाना,सेहत पर नकारात्मक प्रभाव, जानिए!!

ख़ीरा एक ताजगी देने वाली और सेहत के लिए फायदेमंद सब्ज़ी है, लेकिन इसे रात के समय खाना कुछ लोगों के लिए सही नहीं हो सकता। आयुर्वेद और कुछ चिकित्सकीय
ख़ीरा एक ताजगी देने वाली और सेहत के लिए फायदेमंद सब्ज़ी है, लेकिन इसे रात के समय खाना कुछ लोगों के लिए सही नहीं हो सकता। आयुर्वेद और कुछ चिकित्सकीय
बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जो समय के साथ तेज़ी से महसूस होने लगते हैं। जहां एक ओर कुछ लोग इसे एक प्राकृतिक
दही-चावल का सेवन भारतीय खाने में एक पारंपरिक और पौष्टिक आहार है, जो न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। यह विशेष रूप से पेट
अगर आप भी रात भर करवटें बदलते हैं और नींद पूरी नहीं हो पाती, तो यह समस्या आम हो सकती है। अच्छी नींद के लिए शरीर और मन का शांत
आजकल की तेज़ रफ्तार और तनावपूर्ण ज़िंदगी में हर किसी को कभी न कभी स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है। काम का दबाव, व्यक्तिगत रिश्तों की जटिलताएँ, या फिर किसी
आत्मविश्वास, जो जीवन को सही दिशा में मार्गदर्शन करने में मदद करता है, कभी-कभी हमारी मानसिक और भावनात्मक स्थिति के कारण कमजोर हो सकता है। खासतौर पर बचपन में अनुभव
अगर आप 40 की उम्र में भी 24 जैसा जवां और ताजगी से भरपूर दिखना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव लाने होंगे। सही खानपान,
अनुलोम विलोम प्राणायाम, जिसे “नाड़ी शोधन” भी कहा जाता है, एक प्रसिद्ध योग आसन है जो श्वास नियंत्रण पर आधारित होता है। यह प्राचीन भारतीय योग पद्धतियों में से एक
आजकल मोबाइल का उपयोग हमारी ज़िन्दगी का अहम हिस्सा बन गया है। इसके बिना तो जैसे जीवन अधूरा सा लगता है। मोबाइल फोन न केवल संचार का साधन बन चुका
40 साल की उम्र में हमारे शरीर में कई बदलाव आते हैं, जैसे मेटाबोलिज्म का धीमा होना, मांसपेशियों का कमजोर होना और हड्डियों में कठोरता आना। ऐसे में नियमित एक्सरसाइज